यह आश्रम शब्द, सुरतियोग, प्राणायाम, सत्यदर्शन, सद्ज्ञान और मानव के उच्चतर सम्भावनाओं में बदलना, ऐसा प्रयास जो मानव होने के उद्देश्य को पुरा करता है, यही प्रयास जो सभी के जीवन में कुशलता लाता है, आश्रम का मूल उद्देश्य मनुष्य के अंदर उक्त स्वाभाविक खोज को प्रेरित, प्रोत्साहित तथा पोषित करना है, तथा व्यक्ति को अपनी वास्तविक परम क्षमता, उर्जा को पहचानने में उसकी सहायता करना तथा सद्गुरु कबीर दर्शन, सद्ज्ञान-विज्ञान, सारशब्द परम आनंद को जानना, पहचानना व कल्याणार्थ प्रेरित करना है। आश्रम लाभ से रहित ऐसा संस्थान है जो मानव की कुशलता व दक्षता के हर पहलू को सम्बोधित करता है। आपके आंतरिक रूपान्तरण, ज्ञान व उर्जा के संचार के साथ-साथ योग, सत्संग-प्रवचन, सेवा, सामाजिक तथा पर्यावरण उत्थान और विश्व शान्ति-कल्याण कामना, के लिये सद्भावना सम्यकता प्रस्तुत करने का उद्देश्य है।