सत्यधाम आश्रम
यह आश्रम शब्द, सुरतियोग, प्राणायाम, सत्यदर्शन, सद्ज्ञान और मानव के उच्चतर सम्भावनाओं में बदलना, ऐसा प्रयास जो मानव होने के उद्देश्य को पुरा करता है...
Read Moreसत्याचार्य कविराजदास
ध्यान मूल गुरु रूप है, पुजा मूल गुरु पांव।
मंत्र मूल गुरु वचन है, मोक्ष मूल सद्भाव॥